सम्भोगका मनोविज्ञान, अत्यंत अश्लिल देसी भाषा में सम्भोग विषय की ग्यानदायी पुस्तक. सिर्फ वयस्कोंके लिए (Pages 267)
Brand Name: Ideaz Overseas
MRP: 240
Price: 310
Description: अनुक्रमणिका
पोर्नोग्राफी के युग में...
पोर्नोग्राफी में चोदनेवाले पुरुष का लंड इतना लम्बा कैसे होता है?...
चोदते वक्त पोर्नोग्राफी वाली रंडियां हाय हिल्स की सेंडल पहनकर गांड क्यों फैलाती है? ..
क्या महिलाएँ भी पोर्नोग्राफी देखती है?...
पोर्नोग्राफी में दिखाते हैं, वैसे चुदाई कैसे करे?...
सुहाग रात और चुदाई...
(अपनी) पत्नी को सेक्स के लिए कैसे मनाएँ?...
सम्भोग का स्टेमिना कैसे बढाएँ?...
क्या दाबादाबी करने से बॉल बडे हो जाते है?...
एक कलाकार चतुर पती अपनी पत्नीका सम्पूर्ण समाधान 'ओर्गेजम' कैसे करता है? ...
पती हररोज चोदना चाह्ता है, लेकिन बीवी भेंचोत टच भी करने नहीं देती, क्यों ?...
विवाहीत पुरुष की आयटम गार्डन में आएगी, लॉज में भी आएगी लेकिन मादरचोत सेक्स करने नहीं देती? ...
हस्तमैथून की सुंदरता...
पति पत्नी के झगडों का मूल कारण सम्भोग है. ...
भिकारचोट पश्चिम देश के रंडिबाज तत्वज्ञ और भारतीय वात्सायन ऋषी का महान तत्वज्ञान...
'स्त्री की वासना और सम्भोगीय ताकत पुरुष से कई गुना ज्यादा होती है' यह सत्य है...
कुत्ते चोदते वक्त घंटो कैसे 'लोक' हो जाते हैं? अगर इंसान का भी ऐसा अटक जाए तो बहार ही बहार आयेगी...
शिस्न की (लौडे की) लम्बाई कैसे बढाएँ?...
गोटी मालीश (अंडुआ) करे तो कुछ तकलीफ? ...
स्त्रीका कलात्मकता के साथ योनी मसाज कैसे करे?...
पत्नि के मुँह में लड कैसे दें? ...
छक्का क्या होता है?...
वशीकरण से क्या कोई औरत पटती है ?...
स्त्री सबसे ज्यादा चुदाईबाज कब बनती है?...
बीवी को चड्डी (निकर) कौनसी ले?...
स्त्री अपनी गांड, पुच्ची, योनीकी खूबसूरती कैसे बढाएँ? ...
पुरुष अपने लंड, लौडा, लवडा को मजबूत कैसे रखे? ...
स्त्री अपने बॉल, स्तन को बडा कैसे कर सकती है?...
पति का लफडा कैसे पहचाने?...
पिछले एक दशक से मानवी संबंधों को लेकर जो नंगापन 'नेट' के द्वारा सामने आ रहा है उसे देखकर मैं जरा भी हैरान नहीं हूँ ना मैं विचलित हूँ, उल्टा समाज की बदलती इस तस्वीर का मैं अति आनद ले रहा हूँ। (मेरी उम्र है पचास प्लस.)
अश्लील साहित्य इत्यादि शब्द कम पडेंगे। इस वक्त प्रत्यक्ष रूप में जितना मर्जी चाहे, जब चाहे, जिस किसी संस्कृति का चाहे जिस उम्र या प्राणी के साथ चाहे सम्भोग आप देख सकते हैं। प्राचीन समय काल से उदात्त कविता कथा साहित्य के माध्यम से शृंगार रस समाज को मिलता था। अब ऐसा रस वैगेरा कुछ नही। डायरेक्ट रंडी गांड चौडी करती है और उसका ठोक्या लम्बा लवड़ा उसकी गांड में घुसाता है और फक फुक चोदने लगता है.. देखते देखते आखिर में आप ही कंटाल जाते हैं.. और दूसरी चोदाचोदी की क्लिप देखने लगते हैं।
अब आप कहेंगे कि भ'ई इस किताब की भाषा काफी अश्लील है।
पोर्नोग्राफी के युग ने अश्लिलता की सभी मर्यादाओंसे परे विश्व का मनुष्य समाज पहूँच चुका है। उसका विरोध करने वाले लोग दाम्भिक है, यानी " सरकाय लेव खटिया.. क्यों? .. तो जाडा लागे..."
इस युग में सहा सात सालका लडका और बारा तेरा सालकी लडकी को कोई न कोई पोर्न दिखाता ही है। या बच्चे चोरी चोरी देखते हैं। या उनके माता पिता जब देख रहे होते हैं तब गलती से मोबाईल या लेपटोप चालू रहता है और बच्चे देखते हैं।
किसी भी उम्र का, बिलकुल नब्बे साल का बुजुर्ग भी कहीं भी रहनेवाला, चाहे जंगल में रहनेवाला क्यों न हो जिसके पास मोबाईल है, सब 'पोर्न' देख रहे हैं या जिंदगी में कम से कम एक बार तो पोर्न देख ही रहा है। इतना यह ज्यादा जगंव्याळ सर्वव्याप्त है।
इसीलिए इस विषय पर किसी ना किसी लेखक ने ताकत के साथ भाष्य करना जरूरी है, ऐसा मुझे लगा।
एक जमाने में हमारे लोक गीतों में जो शब्द हुआ करते थे उनको ग्राम्य भाषा कहकर अश्लीलता का लेबल लगाया जाता था। किंतु वहीं लोक गीत आज हमारी सांस्कृतिक धरोहर है।
मजेदार बात बताऊँ.. लेम्ब्रेडा स्कूटर सर्वप्रथम महाराष्ट्र के पूना शहर में लोंच हुई। उस वक्त नऊवार साडी लपेटकर पत्नी पीछे की 'स्टेपनी' को चिपक कर बैठती थी। पति पत्नी के बीच एक फूट अंतर हुआ करता था (स्कूटरकी लाम्बाई बहुत ज्यादा होती थी। ) उस वक्त के समाचार पत्रों में " खुल्ले में प्रणय" ऐसी हेड लाईंस आती थी।
उस वक्त सिर्फ हेड लाईन पढकर 'शिव शिव' बोलनेवाले आज अगर जिंदा होंगे तो वो भी आँख बंद होने से पहले (धुंधली नजर से क्यों न हो ) पोर्न देख रहे होंगे।
बिलकुल इस जमाने का उदाहरण मैं दूंगा। 'खलनायक' फिल्म में 'चोली के पीछे क्या है' इस गाने को अश्लील ठहराते हुए तथाकथित स्वयं घोषित संस्कृती रक्षकोंने बंदी की डिमांड की थी।
ये सभी बातें आजकी अठारह साल से छोटे बच्चोंको कपोल कल्पित (काल्पनिक कथा) लगने की सम्भावना है।
हर एक पुरानी जनरेशन नई चीजोंका विरोध करती है।
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